क्या आप राम में विश्वास रखते हैं religious expects से नहीं बल्कि pratical expects (not religiously but practically) से पूछ रहा हूँ।
आज कल clarify करना पड़ता है, क्यों कि रामराज तो सब चाहते है लेकिन राम की गुण खुद में लाना क्यों नहीं चाहता है
आज हम 5 ऐसी qualities आपके साथ share कर रहा हूं जो हमे भगवान राम से सीखनी चाहिए।
Why I believe in Rama | 5 real lessons from Ramayana |5 बातें जो आज के युवा को सीखनी चाहिए भगवान श्री राम जी से
1.Respect your parents
आज हम ऐसे ज़माने मे रहते है, जहां parents अपने बच्चों को खुद से दूर Boarding school मे भेजते है और फिर वही बच्चा अपने parents को बुढ़ापे मे वृद्धा आश्रम (old age home) ।
लगता है कि हम अपने parents के साथ, हम हमारे बच्चों के साथ connect भी नहीं हो पाते हैं।
Intention अच्छे होने के बाबजूद उनकी नजर मे हम hmesa villain बन जाते है
दशरथ चाहते थे कि राम राजा बने और राम जानते थे कि दशरथ उनके बिना वज़ह unjusist नहीं करेंगे। लेकिन फिर भी circumstances के वज़ह से राम को 14 साल तक वनवास भुगतना पड़ा।
Circumstances, situations ऐसी चीजे होती है जो अक्सर हमारे करीबी लोगों को हमारे stroy में villain बना देते है।
लेकिन prince Ram को हम भगवान इसलिए कहते है कि उन्होंने अपने पिता को समझने की कोशिश की।
खुद के नजरिए से तो सब देखते है, लेकिन दूसरे के perspective से देखने की ताकत सब मे नहीं होती है
क्या हम राम जैसा अच्छा बेटा या बेटी बनने की कोशिश कर सकते है?
2.सबको साथ लेकर चलना (importance of co-operation)
वन वास एक metaphor है. Education होने के बाद हम corporate जंगल में निकलते है, जहां हमे अलग अलग type का creatures का सामना करना पड़ता है।
राम एक prince थे फिर भी वन मे उन्हें zero से start करना पड़ा।
अपने ego को side करके वन मे प्राणियों से मदद लेनी पडी। फिर वो जटायु हो, वानर सेना हो, या शबरी।
जब तक हम protected जगह मे है फिर वो हमारा घर हो, College हो या school हम हमारे comfort zone में रहते है जैसे अच्छा लगे वैसे behave करने की सुविधा है।
लेकिन बाहर की दुनिया में राजकुमार बने घूमना एक दुविधा है। हमे survive करने के लिए हम सबको मदद की जरूरत होती है और असली पुरूषोत्तम वही है जो janitor से लेकर CEO तक सबको respect के साथ treat करे
क्या क्या हम लोगों को respect देने की कोशिश कर सकते हैं?
3.A promise is a promise
friendship और toxic friendship एक ही difference होता है कि toxic friendship सिर्फ एकतरफ़ा होता है जो दोस्त सिर्फ आपका फायदा लेना चाहते है। आपके skills की वजह से, आपके social status की वजह से या फिर कोई personal gain की वजहों से आपसे दोस्ती बनाए रखते है वो दोस्त, दोस्त नहीं होता है।
सुग्रीव ने अपना राज अपने भाई से वापस जितने के लिए मदद मांगी और उसके बदले भगवान राम से लंका तक पहुचाने का वादा किया। लेकिन राज वापस मिलते ही सुग्रीव अपना वादा भूल गया। कहते है कि
Your network is your net worth
लेकिन जो network आपसे favour चाहता है लेकिन जरूरत की समय आपको मदद करने सामने नहीं आया वो network नहीं है
कुछ दोस्त parasites होते है जो सिर्फ एक तरफा दोस्ती मे विश्वास रखते हैं।
क्या हम इनमे हम toxic दोस्तों का पहचान करना सीख सकते है
4.trust your partner
हम सब जानते हैं कि भगवान राम ने सीता को घर लाने के लिए कितने secrifice किए कैसे-कैसे वह North India से Lanka तक पहुंचे और फिर उन्होंने वानर सेना की मदद से राम सेतु बनाया।
at the same time हम ये नहीं भूल सकते की सीता माँ ने रावण के Mental torture को सहा हाँ वो patient रही उन्होंने विश्वास रखा कि भगवान राम किसी भी कीमत पर उन्हें बचाने आएँगे। एक partnership में चाहे वो business partnership हो या एक romantic partnership अपने partner पर विश्वास रखना आधी लड़ाई जीतने जैसा होता है क्या हम राम और सीता जैसा trust हमारे relationship में आ सकते है
5. Follow your love
हम Dating app की दुनिया में रहते हैं क्या एक swipe से हमें एक नया partner मिल सकता है, option कई सारे हैं और एक relationship से दूसरे relationship में jump करना possible है लेकिन भगवान राम हमें एकाग्रता सीखाता है commitment सिखातें। सिर्फ Romantic commitment नहीं लेकिन हमारे लक्ष्य की ओर पड़ने वाली commitment।
Psychology नहीं ये prove किया है कि हमारे mind के अंदर दो mind होते है Monkey mind और monk mind। monkey mind का कोई gold नहीं होता एक टहनि से दूसरे टहनि बस घूमता रहता है लेकिन Goal पहुँच नहीं पाता गोल गोल घूमता रहता है
Monk mind adversity में भी काम कराता है panic नहीं करता solution पर Focus करता है,
Conclusion
अगर हमे लाइफ में कुछ भी achive करना है कुछ ऐसा कर दिखाना है जो लोगों को inspire करे तो हमे लाइफ में एक Purpose ढूंढना होगा उसका पीछा करना होगा, उसे follow करना होगा और यह आसान हैcommitment प्यार purpose ईन सारी चीजों के लिए मेहनत करनी पड़ती है तपश्चर्या करनी पड़ती वनवास जाना पड़ता है लेकिन जो ये काम कर जाता है उसके सामने दुनिया झुकती है
आज इस बात पर debate बहुत होती है कि Prince राम जैसा कोई Prince actually भारत में था या नहीं लोग पूछते हैं कि prove क्या है
मुझे लगता है कि भगवान राम को शाश्वत यानी eternal बनाने का एक ही तरीका है कि उनकी qualities को हम हमारी reality में बदली क्योंकि जब मैं हाथ जोड़कर विष्णु के अवतार भगवान राम को नमन करता हूँ तो actually मैं उनकी इन qualities को तो प्रार्थना करता हूँ कि मैं राम जैसा बेटा राम जैसा leader और अब दोनों के लिए कुछ अच्छा काम करू।
अगर आपको हमारी बातें अच्छी लगीं Ancient knowledge को practical बनाने का एक्स्पर्ट अच्छा लगा तो इस artical को शेयर कीजिए क्योंकि आप और मैं भगवान नहीं बन सकते लेकिन एक अच्छा इंसान जरूर बन सकता है और यही important है।
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